BSW या बैचलर ऑफ सोशल वर्क एक अंडरग्रेजुएट सोशल वर्क कोर्स है। यह ग्रेजुएशन कोर्स सामाजिक कार्य गरीबों और वृद्धों की सहायता और उनके कल्याण को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन की गई विभिन्न सेवाओं को संदर्भित करता है। बीएसडब्ल्यू कोर्स की अवधि 3 वर्ष है। यह कोर्स इस तरीके से डिज़ाइन किया गया है, जिसका उद्देश्य सामाजिक कल्याण और लोगों की सहायता पर अधिक ध्यान केंद्रित करना है। इस पाठ्यक्रम में विषय, सामाजिक विकास के विभिन्न केंद्र बिंदुओं और समस्याओं के साथ-साथ प्रभावी ढंग से निपटने के लिए तकनीकों के साथ काम करते हैं। सामाजिक कार्यकर्ता हमारे राष्ट्र के विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे गरीबों और वंचितों के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कुशल सामाजिक कार्यकर्ता सरकार और वंचित लोगों के बीच के अंतर को कम कर सकते हैं।
सामाजिक कार्य पाठ्यक्रम सामाजिक कार्य के मूल्यों पर शिक्षा प्रदान करते है।यह कोर्स एक सामाजिक कार्यकर्ता बनने में सक्षम बनाता है जो बेघर, गरीबी, हिंसा, दुर्व्यवहार और कैंसर, एड्स जैसे रोगों से पीड़ित लोगों की मदद कर सकता है। यह कोर्स उन लोगों के लिए सबसे अधिक अनुकूल है जो समाज के माध्यम से समाज में बदलाव लाना चाहते हैं, काम जिसमें दमित और वंचितों की मदद करना शामिल हो सकता है। सार्वजनिक क्षेत्र और निजी क्षेत्र दोनों में इस पाठ्यक्रम में ग्रेजुएट के लिए बहुत सारे रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं।

MSW या मास्टर इन सोशल वर्क एक पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री है इसमें हम सोशल साइंस और सोशल वर्क के विषयों को पढ़ते हैं इसमें हम समाज में आने वाली नई नई समस्याओं और समाज के लोगों को बेहतर जीवन कैसे मुहैया कराएं इन सबों के बारे में पढ़ते इसमें हम समाज में कार्य कर रहे विभिन्न प्रकार के सामाजिक कल्याणकारी समूह के बारे में पढ़ते हैं। वह कैसे अपने समूह का निर्माण करते और कैसे उनके द्वारा लोगों को फायदा पहुंचाते हैं इसमें हम बहुत सारे एनजीओ और समूह के बारे में पढ़ते हैं जो कि समाज के पिछड़े वर्ग तथा कुपोषित तबकों और ऐसे लोगों की मदद करता है जो कि मुसीबतें में हैं इस कोर्स में हम इन सारे समूह के बारे में पढ़ते हैं।
मास्टर इन सोशल वर्क के कोर्स में हमें मैनेजमेंट के बारे में भी पढ़ाया जाता है तथा सरकार की नई नीतियों के बारे में पढ़ाया जाता है इसमें हमें रिसर्च करने का मौका मिलता है जिससे कि हम सरकार की नीतियों और मैनेजमेंट की नीतियों पर अपनी राय और रिसर्च पेश कर सकें।
